जो भजन में सुध-बुध भूल जाते हैं, भगवान उन्हें नहीं भूलते: अनिरुद्ध

Nov 06 2024

ग्वालियर। भगवान के भजन में जो सुध-बुध भूल जाते हैं, भगवान उन्हें कभी नहीं भूलते हैं। नरसी भगत भजन में अपने पिता का श्राद्ध तक भूल गए थे। यह विचार अनिरुद्ध मुरारी महाराज ने बुधवार को बंधन वाटिका में आयोजित नरसी का भात (नानी बाई का मायरा) की कथा के दूसरे दिन व्यक्त किए। इस मौके पर फूलों की होली का उत्सव मनाया गया, जिसमें राधा-कृष्ण के स्वरूप में कलााकारों ने रास की सुंदर प्रस्तुति दी। आज अंतिम दिवस गुरूवार को ठाकुरजी के 56 भोग के दर्शन होंगे। 
अनिरुद्ध मुरारी महाराज एक ओर नरसी भगत की कथा का सिलसिलेवार सुंदर वर्णन कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अपने कर्णप्रिय भजनों से भक्तों को मंत्रमुग्ध कर रहे हैं। जब उन्होंने मेरी झोंपड़ी के भाग्य आज खुल जाएंगे, राम आएंगे भजन सुनाया, श्रद्धालु महिलाएं अपने आपको रोक नहीं सकी और खड़े होकर नृत्य करने लगीं। मेरा दाता के दरबार में सबका नाता है...भजन पर भी श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया। 
कथा श्रवण कराते हुए महाराज ने कहा कि कलयुग के प्रभाव की वजह से कथा में मन कम लगता है,लेकिन जो लोग भगवान की कथा में रम जाते हैं, प्रभु उनका कल्याण कर देते हैं। नरसी ने अपनी सारी धन संपत्ति लुटा दी,लेकिन उसके बाद भी भगवान ने धन के आभाव मेें उसकी बेटी का मायरा नहीं रुकना दिया, बल्कि ऐसा मायरा दिया कि सभी लोग आज तक उदाहरण देते हैं। उन्होंने कहा कि सीसीटीव्ही कैमरे का अविष्कार कुछ समय पहले हुआ है,लेकिन हमारे जन्म के साथ ही भगवान का कैमरा हम पर नजर रखता है, इसलिए हमें जीवन मेें ऐसे काम करना चाहिए, जिससे भगवान खुश रहें। उन्होंने कहा कि कथा का सार भगवत नाम है, जिसे सदा स्मरण करते रहें। 
उन्होंने कहा कि आजकल एक ही छत के नीचे चार-चार चूल्हे रख जाते हैं, लेकिन सभी मिलजुलकर आनंद से रहेें तो ही अच्छा है, क्योंंकि भारतीय संस्कृति भी हमें यही संदेश देती है। भारतीय संस्कृति में ही हमारे देश भारत को भारत माता कहा जाता है। दुनिया में कहीं ऐसी पंरपरा नहीं हैं। इस मौके पर अखिल भारतीय खंडेलवाल वैश्य महासभा के पूर्व प्रधानमंत्री शशि राकेश रावत ने कहा कि समाज की भव्य धर्मशाला बनवाएं, मैं उसके निर्माण में पूरा सहयोग करूंगा। समाज के अध्यक्ष लवी प्रकाश खंडेलवाल ने कहा कि समाज के सहयोग से भव्य धर्मशाला बनेगी और ईश्वर की इच्छा हुई तो अगला अयाोजन धर्मशाला में ही होगा। इस मौके पर ममता ओमप्रकाश रावत, सरोज रमेश कूलवानी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।