हरि नाम संकीर्तन से सभी पाप ताप संताप भय, भ्रम समूल नष्ट हो जाते हैं: देवेंद्र शास्त्री

Jul 16 2024

ग्वालियर। सनातन धर्म मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के द्वितीय दिवस में कथा व्यास आचार्य पंडित देवेंद्र शास्त्री ने हरि नाम की संकीर्तन महिमा का वर्णन करते हुए कहा हरि नाम संकीर्तन से सभी पाप ताप संताप भय,भ्रम समूल नष्ट हो जाते हैं। नाम संकीर्तनम यस्य सर्वपाप प्रणशनम, प्रणामो दुख शमन त्वं नमामि हरिम परम हरि नाम संकीर्तन से मनुष्य का इस लोक और परलोक दोनों लोकों में कल्याण होता है। 
देवर्षि नारद ने नारद भक्ति सूत्र में कहा है मनुष्य मात्र को हर सांस में नाम जपना चाहिए कोई भी सांस नाम के बिना खाली नहीं जाना चाहिए। नाम जपने से मन की सारी चिंताएं दूर होती हैं, चित्त पूर्ण रूप से शुद्ध होकर जीवन निर्विकल्प आनंदमय बन जाता है। त्रेता-द्वापर युग में बड़े-बड़े हवन यज्ञ करने से जिस पुन्य की प्राप्ति होती थी उस पुण्य से कहीं अधिक पुण्य कलयुग में केवल हरि नाम लेने से प्राप्त हो जाता है। कलयुग में नाम जप की शक्ति अपार है। श्री कृष्ण अवतार चैतन्य महाप्रभु ने कलयुग में अवतार लेकर इस बात को प्रमाणित किया है। पापी मनुष्य तो क्या पशु पक्षी जड़ चेतन का भी नाम के प्रभाव से तत्काल उद्धार हुआ है। अजामिल, गणिका वेश्या, गज और ग्राह का उद्धार, ऐसे अनेक प्रत्यक्ष उदाहरण है जो नाम की महिमा को सिद्ध करते हैं।