मुरैना ने हमेशा उन्हीं का साथ दिया है, जिनके लिए राष्ट्र प्रथम है:मोदी

Apr 25 2024

मुरैना/ ग्वालियर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरूवार को एमपी के मुरैना जिले में दौरे पर पहुंचे। जहां पीएम मोदी ने बीजेपी प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि मुरैना ने हमेशा उन्हीं का साथ दिया है, जिनके लिए राष्ट्र प्रथम है। आप सबका उत्साह देखकर मैं कह सकता हूं कि मुरैना आज भी न अपने संकल्प से डिगा है और न ही कभी डिगेगा। मुरैना ने मन बना लिया है, फिर एक बार मोदी सरकार।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि एमपी के लोग जानते हैं कि समस्या से एक बार पीछा छूट जाए, तो फिर उस समस्या से दूर ही रहना चाहिए। कांग्रेस पार्टी ऐसी ही विकास विरोधी और बहुत बड़ी समस्या है। कांग्रेस ने एमपी को बीमारू राज्यों की लाइन में खड़ा कर दिया था। भाजपा की सरकार ने कांग्रेस के बनाए गड्ढों को भरने के बाद मध्य प्रदेश और चंबल को नई और गौरवपूर्ण पहचान दिलाई है।
मोदी ने कहा कि भाजपा सरकार में हुए विकास को भिंड, मुरैना, ग्वालियर के वो लोग और ज्यादा अनुभव कर रहे हैं, जिन्होंने कांग्रेस का काला दौर देखा है। 4 जून के बाद हमारे मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश का विकास और स्पीड पकडऩे जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा के लिए देश से बड़ा और कुछ भी नहीं है। लेकिन कांग्रेस के लिए अपना परिवार ही सबकुछ है। कांग्रेस की पॉलिसी है, जो देश के लिए सबसे ज्यादा योगदान, मेहनत और समर्पण करे, उसे सबसे पीछे रखो। इसलिए, कांग्रेस ने इतने वर्षों तक सेना के जवानों की वन रेंक वन पेंशन जैसी मांग पूरी नहीं होने दी। हमने सरकार बनते ही वन रेंक वन पेंशन को लागू किया।
पीएम मोदी ने कहा कि हमने सीमा पर खड़े जवानों की सुविधा की भी चिंता की। कांग्रेस सरकार ने जवानों के जो हाथ बांध रखे थे, हमनें उन्हें भी खुली छूट दे दी। आज कांग्रेस एक बार फिर कुर्सी के लिए छटपटा रही है। कुर्सी पाने के लिए भांति-भांति के खेल, खेल रही है। ये लोग फिर से धार्मिक तुष्टीकरण को मोहरा बना रहे हैं।
कर्नाटक सरकार के फैसले पर निशाना
ओबीसी आरक्षण के मुद्दे को लेकर पीएम मोदी ने एक बार फिर मुरैना में कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है। इन्होंने कर्नाटक में जितने भी मुस्लिम समाज के लोग हैं, उन सभी को ओबीसी घोषित कर दिया है। यानी वहां कांग्रेस ने शिक्षा और सरकारी नौकरी में पहले जिन ओबीसी लोगों को आरक्षण मिलता था, उस ओबीसी समाज में इतने सारे नए लोग डाल दिए कि उन्हें जो आरक्षण मिलता था, वो उनसे चोरी छिपे छीन लिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस, दलितों का, पिछड़ों का, आदिवासियों का हक छीनने का षड्यंत्र लंबे समय से कर रही है। 19 दिसंबर, 2011 को तब की कांग्रेस की केंद्र सरकार धर्म के नाम पर आरक्षण देने का एक बिल कैबिनेट में लेकर आई थी। इस कैबिनेट बिल में कहा गया था कि ओबीसी समाज को जो 27 प्रतिशत आरक्षण मिलता है, उसका एक हिस्सा काटकर, मजहब के नाम पर दिया जाएगा। सिर्फ 2 दिन बाद 22 दिसंबर, 2011 को इसका आदेश भी निकाल दिया गया। बाद में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने कांग्रेस सरकार के इस आदेश को रद्द कर दिया। ये सुप्रीम कोर्ट गए, लेकिन राहत नहीं मिली।
वे नामदार हम कामदार
इन दिनों कांग्रेस के शहजादे को आए दिन मोदी का अपमान करने में मजा आ रहा है। वो कुछ भी बोलते जा रहे हैं। इससे कुछ लोग दुखी हैं कि देश के प्रधानमंत्री के लिए ऐसी भाषा का प्रयोग क्यों किया जा रहा है। मेरी सबसे विनती है कि कृपया करके आप दुखी मत होइए, गुस्सा मत कीजिए, आपको पता है कि वे नामदार हैं और हम कामदार हैं।
कांग्रेस पर करारा हमला बोलते हुए मोदी ने कहा कि 2014 में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में लिखा कि धर्म के आधार पर आरक्षण देने के लिए कानून बनाना पड़े, तो कानून भी बनाएंगे। लेकिन, 2014 में दलित, ओबीसी और आदिवासी समाज जाग गया और उसके बाद सभी समाजों ने एक होकर कांग्रेस के सपनों को मिट्टी में मिला दिया, उनको सत्ता से बाहर कर दिया।
भाजपा सबका साथ, सबका विकास के मंत्र पर चलने वाली पार्टी है। भाजपा सरकार जरूरतमंदों में कोई भेदभाव नहीं करती। कोविड के दौरान जरूरतमंद 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिलता रहा। भाजपा सरकार ने 4 करोड़ गरीबों को पक्के मकान दिए हैं। ये घर बिना भेदभाव, हर धर्म के लोगों को मिले हैं।
शहजादे कह रहे आपकी संपत्ति का एक्सरे होगा
आजकल कांग्रेस के शाही परिवार के शहजादे पूरे देश में बढ़ चढक़र कह रहे हैं कि अब आपकी संपत्ति का एक्स-रे होगा। हमारी माताओं-बहनों के पास जो पवित्र स्त्रीधन होता है। कांग्रेस उसे जब्त करके अपनी वोटबैंक मजबूत करने के लिए, उसे बांटने की सार्वजनिक घोषणा कर रही है, मेनिफेस्टो में बता रही है।
जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आज देश के सामने पहली बार एक दिलचस्प तथ्य रखना चाहता हूं। जब देश की प्रधानमंत्री इंदिरा जी नहीं रही, तो उनकी जो प्रॉपर्टी थी, वो उनकी संतानों को मिलनी थी। लेकिन पहले ऐसा कानून था कि वो उनको मिलने से पहले सरकार एक हिस्सा ले लेती थी। तब चर्चा थी कि जब इंदिरा जी नहीं रही और उनके बेटे राजीव गांधी को ये प्रॉपर्टी मिलनी थी। तब अपनी उस प्रॉपर्टी को बचाने के लिए, उस समय के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने पहले जो कानून था, उसको समाप्त कर दिया था। उन्होंने कहा कि आज देश कह रहा है। कांग्रेस की लूट- जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी।