माहू वाहन चालकों के लिए बनी मुसीबत

Feb 21 2024

ग्वालियर। गर्मी की तीव्रता के साथ ही शहर पर माहू का अटैक शुरु हो गया है। खेतों में फलने वाली सरसों की फसल के पीले फूलों में माहू का वास रहता है। यह सर्दी में तो बाहर नहीं निकलती है, लेकिन ज्यों ही मौसम में गर्मी की तीव्रता बढ़ती जाती है वैसे वैसे यह बाहर निकलने लगती है। जो वाहन चालकों के लिए खासी परेशानी का सबस बन रही है। अचानक वाहन चालाकों के ऊपर माहू का अटैक होता है। यह लोगों के मुंह, आँख और कान में प्रवेश कर जाती है। इसके आंख में घुस जाने के कारण तीव्र जलन होती है। इस कारण कई बार वाहन चालक दुर्घटना का शिकार भी हो जाते हैं।

फरवरी माह में हर साल सरसों की फसल के पीले फूल पकने लगते हैं और वह फली का रुप लेने लगते है। जिस कारण सर्दियों में सरसों के फूलों के अंदर माहू का जन्म होता है। माहू एक प्रकार से मच्छर जनित कीटाणु होता है। जो गर्मी के कारण बाहर उडऩे लगती है और वाहन चालकों के लिए खासी परेशानी खडी कर देती हैं। इससे बचने के लिए जब भी वाहन से दूरी की यात्रा के लिए निकलें तो आँखों पर चश्मा अवश्य पहनें। भूल कर भी पीले वस्त्र धारण ना करें। क्योंकि सरसों के पीले फूल में पैदा होने के कारण पीला रंग इसका प्रिय रंग होता है। शहर में इसका अटैक अधिक होता है। इसका दबाव में फरवरी से मार्च तक अधिक रहता है।