एनडीपीएस एक्ट के अपराधों में विवेचना हेतु पुलिस अधिकारियों के लिए कार्यशाला का आयोजन

Sep 24 2023

ग्वालियर। रविवार को बाल भवन ग्वालियर के ऑडिटोरियम में ग्वालियर जिले के पुलिस अधिकारियों के लिये एनडीपीएस एक्ट के अपराधों में गुणात्मक अनुसंधान एवं सीसीटीएनएस विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि पीसी गुप्ता, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ग्वालियर द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस कार्यशाला में निवेश कुमार जायसवाल विशेष न्यायाधीश(एनडीपीएस एक्ट) ग्वालियर, एसपी राजेश सिंह चंदेल, अमित मालवीय जेएमएफसी ग्वालियर, धर्मेन्द्र कुमार शर्मा अपर लोक अभियोजन अधिकारी ग्वालियर एएसपी ऋषिकेश मीना, गजेन्द्र सिंह वर्धमान, निरंजन शर्मा, प्रवीण दीक्षित जिला अभियोजन अधिकारी ग्वालियर सहित समस्त पुलिस के राजपत्रित अधिकारी व थाना प्रभारीगण एवं विवेचक उपस्थित रहे।
सर्वप्रथम एसपी राजेश सिंह चंदेल एवं अन्य पुलिस अधिकारियों द्वारा मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों का पुष्पगुच्छ प्रदान कर स्वागत किया गया। तद्उपरान्त एएसपी क्राइम ऋषिकेश मीना द्वारा उपस्थित अतिथियों एवं पुलिस अधिकारियों को एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला की रूपरेखा से अवगत कराया। भविष्य में होने वाली प्रशिक्षण कार्यशाला में एनडीपीएस का एक प्रकरण लेकर उसकी मॉक ड्रिल भी पुलिस अधिकारियों को कराई जाएगी।
मुख्य अतिथि पीसी गुप्ता प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ग्वालियर ने उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस के विवेचना अधिकारी अपने साथ एनडीपीएस सीजर करने जाते हैं तो हमेशा इन्वेस्टिगेशन किट साथ में रखें। पुलिस अधिकारी को एनडीपीएस एक्ट की विवेचना के दौरान दो ही चीजों पर फोकस करना चाहिए सर्च और सीजर। आप एंजॉयमेंट के साथ ही हर चुनौती को अपनाए और हमेशा सजगता के साथ बेहतर से बेहतर विवेचना करें। पुलिस अधिकारियों को एनडीपीएस संबंधी प्रकरणों की विवेचना काफी गंभीरता से करनी चाहिए क्योंकि कभी-कभी विवेचक द्वारा की गई एक छोटी सी चूक के कारण आरोपी न्यायालय से बरी हो जाता है। इसका प्रमुख कारण अनुसंधान के दौरान विवेचना का कमजोर होना होता है। इसलिए प्रत्येक पुलिस अधिकारी को एनडीपीएस प्रकरण की विवेचना करते समय उसका स्तर उच्च रखना चाहिए साथ ही सुपरविजन अधिकारियों को भी यह ध्यान रखना चाहिये कि विवेचना अधिकारी द्वारा प्रकरण में किसी प्रकार की कोई कमी तो नही छोड़ी है। उनके द्वारा कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों के सवालों का जबाब देकर विवेचना संबंधी उनकी जिज्ञासा को शांत किया गया।
निवेश कुमार जायसवाल माननीय विशेष न्यायाधीश(एनडीपीएस एक्ट) ग्वालियर द्वारा कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों को एनडीपीएस एक्ट के नवीन प्रावधानों से अवगत कराया गया साथ ही विवेचक द्वारा की जाने वाली छोटी-छोटी त्रुटियां व उनके सुधार के तरीको से सभी को अवगत कराया। इस अवसर पर अमित मालवीय जेएमएफसी ग्वालियर ने एनडीपीएस में ड्रग को जप्त करने के बाद किस प्रकार से ड्रग की पैकिंग और सैंपलिंग करना है इसके संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई।
कार्यशाला में धर्मेन्द्र कुमार शर्मा अपर लोक अभियोजन अधिकारी ग्वालियर द्वारा अनुसंधान के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां एवं विचारण के दौरान आने वाली कठिनाइयों के संबंध में उपस्थित प्रतिभागियों को विस्तार से अवगत कराया गया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि पूर्व के प्रशिक्षणों से विवेचना के स्तर में सुधार हुआ है लेकिन समय के अनुसार और सुधार की आवश्यकता है।
एसपी राजेश सिंह चंदेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि विवेचना पुलिस प्रणाली का एक महत्वपूर्ण अंग है इसलिए विवेचक को एनडीपीएस जैसे गंभीर अपराधों का अनुसंधान करते समय विवेचना का स्तर उच्च कोटि का रखना चाहिए साथ ही नियम प्रक्रिया का पूर्ण रूप से पालन किया जाना चाहिए, विवेचना का स्तर उच्च कोटि का होने पर ही आप आरोपी को माननीय न्यायालय से दण्ड दिला सकेंगे एनडीपीएस की विवेचना करते समय नवीन प्रावधानों का भी विवेचना में पालन आवश्यक रूप से करना चाहिए।
उपस्थित मुख्य अथिति एवं विशिष्ठ अतिथियों के उद्बोधन उपरान्त एसपी द्वारा उन्हे स्मृति चिन्ह भेट किया तथा प्रशिक्षण कार्यशाला के अंत में एसपी  द्वारा उपस्थित मुख्य अतिथि एवं विशिष्ठ अतिथियों का प्रशिक्षण कार्यशाला में आकर उपस्थित पुलिस अधिकारियों को अपना मार्गदर्शन देने के लिए आभार व्यक्त किया। 
कार्यशाला में सीसीटीएनएस प्रशिक्षक सउनि विजय सिंह सिकरवार एवं  सोमेन्द्र सिंह तोमर द्वारा उपस्थित प्रतिभागियों को सीसीटीएनएस एवं आईसीजेएस पोर्टल पर की जाने वाली कार्यवाही से अवगत कराया गया और ई-विवेचना के संबंध में भी प्रजेन्टेशन के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी गई।