संसाधन विहीन एवं जरूरतमंदो के बीच बाँटी ख़ुशियाँ

Oct 27 2022

 
 
ग्वालियर। राज्य आनन्द संस्थान की मदद को प्रोत्साहित करने वाली अवधारणा के अनुरूप हर घर दिवाली अभियान में मुख्य कार्यपालन अधिकारी राज्य आंनद संस्थान अखिलेश अर्गल एवं प्रमुख सचिव आंनद विभाग संजय झा के निर्देशानुसार कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह एवं जिला नोडल अधिकारी आंनद सीईओ जिला पंचायत आशीष तिवारी के मार्गदर्शन में मदद से आंनद को प्रोत्साहित करने की दिशा में आनन्द संस्थान जिला ग्वालियर के डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम लीडर (आनन्द) विजय कुमार के समन्वय से जिला आंनदक टीम द्वारा स्वैच्छिक सहयोग कर अपने संसाधनों से आंनदक साथियों ने आंनद ग्राम जौरासी में संसाधन विहीन एवं जरूरतमंद परिवारों के बीच हैप्पी दिवाली किट का सहर्ष वितरण कर खुशियां बांटी।
जिला आंनदक टीम द्वारा लगभग 100 से अधिक परिवारों में ग्वालियर जिला अंतर्गत डबरा ब्लॉक के ग्राम जौरासी (आंनद ग्राम) में प्रेरक पहल हर घर दिवाली मदद से आनन्द की ओर अभियान के अन्तर्गत दीपावली हेतु हैप्पी दिवाली किट का सहर्ष वितरण किया गया। जिसमें आनन्द ग्राम जोरासी की सपेरा बस्ती एवं जनजाति बस्तियों में निवासरत जरूरतमदों परिवारों एवं संसाधन विहीन घरों के उपस्थित लोगों को दिवाली मनाने के लिए जिला आनंदक टीम ने मिठाई, नमकीन, फुलझडिय़ाँ, मोमबत्तियां, दिया माचिस पैकेट, मीठे -नमकीन बिस्कुट पैकेट, टॉफी, पूजन सामग्री आदि की प्रेरक आनन्दकों के परस्पर सहयोग एवं सहभागिता से तैयार हैप्पी दिवाली किट आंनद भाव से वितरित कर खुशियां बांटी। बच्चों के भी चेहरे खिले। इस अवसर पर राज्य आनन्द संस्थान ग्वालियर के जिला समन्वयक  विजय कुमार, मास्टर ट्रेनर  ई. एके शर्मा, आनंदम सहयोगी गजेन्द्र सरकार, तृप्ति शर्मा, भारती शाक्य, आनंदक रेखा श्रीवास्तव,  अश्वनी  जुनेजा, मोहन गुर्जर आदि आनंदक उपस्थित रहे। 
उक्त हैप्पी दिवाली किट वितरण के समय ग्राम जोरासी के सरपंच तेज सिंह किरार, उप सचिव रोजगार सहायक महेश बघेल, सचिव जितेन्द्र जाटव, आनन्दक इंदर सिंह बघेल की भी सक्रिय उपस्थिति रही। जिन्हे हैप्पी दिवाली किट के साथ वर्ष भर की आनंद गतिविधियों के संचालन हेतु कार्ययोजना का आनन्द कैलेण्डर भी भेंट किया गया। इस अवसर ग्रामीण जनों को संदेश भी दिया गया कि वह सामूहिक रूप से भाईचारे, एकता और प्यार के साथ सभी त्योहारों को मनाए और एक दूसरे की खुशियों को साझा करने का प्रयत्न भी करें तभी त्योहारों की सार्थकता सिद्ध होगी।