ट्रेन रोकने निकले किसानों को पुलिस ने रोका तो हुई झड़प, सड़क पर लेटे किसान, पुलिस ने उठाकर गाडिय़ों मे डाले, गिरफ्तारों को अस्थायी जेल भेजा

Oct 18 2021

ग्वालियर। किसानो के रेल रोको आंदोलन में पुलिस और किसानों की झड़प हो गई है। जैसे ही रेल रोकने के लिए फूलबाग मैदान से किसान निकले पुलिस ने उनको कुछ ही दूरी पर रोकना चाहा। पुलिस के रोकने पर किसानों ने कड़ा विरोध किया और वहीं सड़क पर बैठ गए। कुछ तो लेट भी गए। इसके बाद पुलिस फोर्स ने तत्काल उनको उठाकर गाडिय़ों में डाला। इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच तीखी बहस भी हुई। पर पुलिस फोर्स काफी तादाद में था। करीब 40 लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस वाहन में अस्थायी जेल डीआरपी लाइन भेजा गया है। किसानों ने कृषि कानून और लखीमपुर खीरी मामले में विरोध जताते हुए आंदोलन की चेतावनी दी थी। इस दौरान स्टेशन भी पुलिस की विशेष सुरक्षा में रहा था। स्टेशन की ओर जाने वाले छोटे-छोटे रास्तों पर भी पुलिस तैनात रही। पटिरयों पर आरपीएफ का दल गश्त करता हुआ नजर आया।
केन्द्र सरकार के तीन कृषि कानून एवं लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में सोमवार दोपहर ऑल इंडिया किसान सभा ने रेल रोका आंदोलन की घोषणा की थी। रेल रोको आंदोलन की चेतावनी के बाद से ही इंटेलीजेंस के ऑफिसर अलर्ट मोड़ पर आ गए। जीआरपी, आरपीएफ के साथ ही स्थानीय पुलिस भी तैयार थी। सोमवार दोपहर जैसे ही ऑल इंडिया किसान सभा के किसान सदस्य फूलबाग पर एकत्रित होना शुरू हुए पुलिस ने स्टेशन से लेकर फूलबाग तक के रास्ते को पुलिस छावनी में बदल दिया। किसान एकत्रित होकर स्टेशन के लिए निकले थे। अभी वह फूलबाग से 100 मीटर दूर लक्ष्मीबाई समाधि के सामने पहुंचे ही थे कि यहां पुलिस अफसरों ने उनको रोका। उनको समझाया कि किसी भी तरह के प्रदर्शन पर रोक है और रेल रोकना अपराध है। 
इस पर किसान अड़ गए और रेल रोकने की चेतावनी देकर आगे बढऩे लगे। पुलिस ने फिर रोका तो ऑल इंडिया किसान सभा के सदस्यों और प्रदेश सचिव अखिलेश यादव की पुलिस अफसरों से बहस हुई। इसके बाद ऑल इंडिया किसान सभा के सदस्य बीच सड़क पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। पुलिस को मौका मिल गया और एक-एक सदस्य को चार-चार पुलिस जवानों ने लटकाकर पास ही खड़े पुलिस वाहन में डालना शुरू कर दिया। करीब 20 मिनट में लगभग 40 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी को गाड़ी में डालकर पुलिस ने डीआरपी लाइन में बनाई अस्थायी जेल पहुंचाया है।
किसानों का कहना पुलिस हमारे आंदोलन को नहीं कुचल सकती
किसान नेता व ऑल इंडिया किसान सभा के प्रदेश सचिव अखिलेश यादव ने गिरफ्तारी के बाद कहा कि सरकार पुलिस की मदद से किसानों की आवाज को कुचलने का प्रयास कर रही है। पर हम बता दें कि पुलिस हमारे आंदोलन का नहीं कुचल सकती। हम कृषि कानून के खिलाफ लड़ रहे हैं और लड़ते रहेंगे। जब तक कानून को वापस नहीं लिया जाता ऑल इंडिया किसान सभा लगातार संघर्ष करता रहेगा।
किसानों के साथ पुलिस और प्रशासन की हुई बैठक
रेल रोको आंदोलन के पहले पुलिस कंट्रोल रूम में किसानों के साथ पुलिस व प्रशासन की संयुक्त बैठक हुई। इसमें एडीएम एचबी शर्मा व एडिशनल एसपी सतेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से आंदोलन के स्वरूप पर चर्चा की। किसानोंं ने कहा कि वे डबरा व ग्वालियर स्टेशन पर रेल रोकेंगे। आंतरी व रायरू स्टेशन पर आंदोलन का असर नहीं रहेगा। दोनों अधिकारियों ने कहा कि वे प्रतीकात्मक आंदोलन करें। कहीं भी नियमों के खिलाफ काम होगा तो उनकी गिरफ्तारी होगी। पर ऑल इंडिया किसान सभा के सदस्यों ने प्रशासन की समझाइश को दरकिनार कर आंदोलन को अंजाम देने निकले थे।