इस बार दशहरे पर कहीं 35 फीट का रावण जलेगा तो कहीं रामायण का पाठ और सुंदरकांड होगा

Oct 13 2021

ग्वालियर।15 अक्टूबर को विजयादशमी पर कई स्थानों पर बुराई के प्रतीक रावण के पुतलों का दहन किया जाएगा। कोरोना संक्रमण से पहले 50 से 60 फीट ऊंचे पुतले जलाए जाते थे। पिछले साल सार्वजनिक स्थानों पर पुतला दहन की बजाय सोसायटी और कॉलोनियों में ही छोटे-छोटे कार्यक्रमों में रावण के पुतले जलाए थे। इस बार कोरोना का डर नहीं है, फिर भी कुछ आयोजकों ने रावण दहन की बजाय रामायण पाठ और सुंदरकांड को महत्व दिया है।
लोको पर नवदुर्गा समिति से जुड़े सुनील मराठा का कहना हैकि रावण दहन किया जाए या नहीं इस पर अभी फैसला नहीं लिया गया है। रावण दहन होता भी है तो छोटे पुतले का दहन किया जाएगा। उधर, कुछ स्थानों पर 25 से 35 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया जाएगा।
छत्री बाजार- यहां रामलीला समारोह समिति द्वारा रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के 60 और 50 फीट के पुतले जलाए थे। इस बार पुतला दहन का कार्यक्रम नहीं होगा। समिति के महासचिव विमल जैन ने कहा, गाइड लाइन देर से आई थी, इसके बाद तैयारियां करना मुश्किल था इसलिए इस बार रामायण पाठ का कार्यक्रम तय किया है।
थाटीपुर- यहां ब्लॉक सी के दशहरा मैदान में 20 साल से रावण दहन का कार्यक्रम होता रहा है। पिछली बार रावण दहन नहीं किया गया था। इस बार भी पुतले नहीं जलाए जा रहे हैं। आयोजक सांस्कृतिक उत्सव समिति के अध्यक्ष दिनेश दीक्षित ने बताया कि गाइडलाइन में रावण दहन देखने आने वाले लोगों की संख्या सीमित की गई है, आने वालों को रोकना आयोजकों के हाथ में नहीं होता है इसलिए इस बार कार्यक्रम स्थगित रखा गया है
दीनदयाल नगर-यहां चेतना मंच द्वारा 60 और 50 फीट के रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले जलाए जाते थे, लेकिन इस बार यहां भी पुतला दहन का कार्यक्रम स्थगित रखा गया है। मंच के दीपक तोमर ने बताया कि इस बार सुंदर कांड, पात्र पूजन और पौधरोपण करेंगे। नवदुर्गा महोत्सव समिति दीनदयाल नगर द्वारा रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। 15 अक्टूबर को इसके समापन के साथ यहां 35 फीट का रावण का पुतला जलाया जाएगा। समिति के अध्यक्ष रणविजय सिंह कुशवाह के अनुसार कोविड गाइडलाइन का पालन करेंगे।
जीवाजी क्लब- दशहरे पर जीवाजी क्लब में 25 फीट का रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। कोरोना महामारी को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क अनिवार्य किया गया है।