तरसा रहे बादल, 36 घंटे में 5.4 मिमी बारिश

Jul 21 2021

ग्वालियर। रविवार को इस सीजन में पहली बार बादलों ने मुंह खोला, जोरदार बरसात हुई तो फिर लगातार गर्मी और उमस से परेशान लोगों के तन-मन पुलकित हो गए, बरसात को लेकर आस का संचार हुआ, लेकिन सोमवार से फिर बादलों ने तरसाना शुरु किया और बीते 36 घंटे में शहर में महज 5.4 मिलीमीटर बरसात ही दर्ज हुई, इसमें भी कई इलाकों में तो बूंदें तक नहीं गिरीं। एक बार फिर बने सूखे के हालात के कारण अब शहरवासी बादलों से गुहार लगा रहे हैं कि 'बदरा रे तू जल भर लइयोÓ।  अब देखना यह है कि इस गुहार का बादलों पर कितना और कब असर होता है .या फिर इंतजार और लंबा खिंचता है। 
बुधवार सुबह से बादल अपनी आमद तो दर्ज करवा रहे हैं, लेकिन पानी गिरेगा ऐसा लगता नहीं,, बल्कि धूप और परेशान कर रही है। सूरज ने अपना असर सुबह से दिखाना शुरु कर दिया। इससे लोग फिर परेशान हो गए। बरसात के मौसम में जब लोगों को धूप का सीधा प्रकोप झेलना पड़ रहा है। उन्हे फिर गर्मी और उमस का दंश झेलना पड़ रहा है। उधर मौसम विभाग का कहना है कि आज 22 जुलाई से शहर में बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम सक्रिय हो जाएगा। यदि सब सिस्टम के मुताबिक रहा तो फिर आठ दिन शहर में जोरदार बरसात होगी।
मौसम के जानकारों का कहना है कि शनिवार को शहर के आसमान पर छाए बादल और बरसात दिल्ली के समीप बने सिस्टम का नतीजा थे, जो अब कमजोर पड़ चुका है, ऐसे में भले ही आज भी हल्की बरसात हो जाए, लेकिन इसका ज्यादा असर अब नहीं होगा। उधर पूर्वी राजस्थान में बनी द्रोणिका का असर भी टोटल खत्म हो चुका है।
बीते साल से भी कम बरसात
बीते 36 घंटो से आसमान पर बादल हैं, लेकिन जमीन सूखी है अब तक की औसत बरसात से शहर अब भी 100 मिलीमीटर पीछे है। शहर में अब तक कुल सीजनेबल बरसात 138.5 मिलीमीटर हुई है, जबकि इश मौसम में 21 जुलाई तक एवरेज बारिश का आंकड़ा 288.8 मिलीमीटर है, इस आंकड़े के अनुसार अब भी शहर में 100 मिलीमीटर कम बरसात दर्ज हुई है। यदि हालात यही रहे तो फिर इस बार भी एवरेज बारिश से हर रोज शहर के बरसाती आंकड़े फिसड्डी साबित होंगे। भले ही बीते साल भी अवर्षा के हालात बने थे, लेकिन 21 जुलाई तक 170.6 मिलीमीटर बरसात हो चुकी थी।यानि गत साल की अपेक्षा भी पानी 32 मिलीमीटर कम गिरा है।