क्या रुखसार बेगम की पाठशाला में अलादीन बना पाएंगे अपने लिए जगह?

Sep 25 2020

अलादीन (सिद्धार्थ निगम) और यास्मिन (आशी सिंह) के हुनर का जल्द ही इत्मिहान होगा और इसे लेंगी मुख्य अध्यापिका यानी कि हेडमिस्‍ट्रेस रुख़सार बेगम (स्मिता बंसल)। सोनी सब के फैंटेसी ड्रामा 'अलादीन: नाम तो सुना होगा’ ने दर्शकों को एक नई कहानी के साथ आश्चर्यचकित कर दिया है जिसमें अलास्मिन के मंत्रमुग्ध कर देने वाले पुनर्जन्म को दर्शाया गया है। शहज़ादा अलादीन के रूप में अलादीन के पुनर्जन्म और यास्मिन के गरीबों की मसीहा उर्फ काली चोरनी के रूप में फिर से अवतार लेने के साथ इस शो में इस प्रेमी युगल की प्यारी नोक-झोंक दिखाया जाना जारी है। इसके साथ ही इसमें अलादीन और अम्मी उर्फ रुख़सार बेगम के बीच अनोखे संबंध को भी दर्शाया जा रहा है।    

बगदाद का ताज चोरी करने के अपने मकसद को हासिल करने की कोशिश में अलादीन और यास्मिन को रुख़सार बेगम द्वारा चलाई जा रही पाठशाला में दाखिल होने के लिए मजबूर होना पड़ता है। लेकिन इस पाठशाला में जगह बनाना इतना आसान नहीं है। इसके लिए अलादीन को अपनी योग्यताओं और क्षमताओं को साबित करना होगा। रुख़सार अलादीन के लिए एक चुनौती देती है जहाँ उसे प्रसिद्ध हथौडे को उठाकर दिखाना होगा। वहीं दूसरी ओर शहज़ादा अलादीन बगदाद में रहने और इस इम्तिहान से गुज़रने के लिए उत्साहित नहीं है। लेकिन उसे इस बात का अहसास नहीं है कि यह इम्तिहान एक बड़े मकसद और उसकी किस्‍मत का ताला खोलने वाली चाबी है। 

वहीं दूसरी ओर अखाड़े का जिन्न (प्रणीत भट) अलादीन के उत्साह की कमी को भांप लेता है और इस काम को पूरा करने के लिए उसे प्रोत्साहित करने की ज़िम्मेदारी खुद अपने हाथों में ले लेता है। वह अलादीन को बताता है कि रुख़सार बेगम ही एकमात्र शख्सियत है जो उसे बगदाद का ताज हासिल करने के गुर सिखा सकती हैं। इसे अपने मकसद को जल्दी पूरा करने और तुर्किस्तान लौटने का तरीका मानते हुए अलादीन जिनू के जादू के साथ प्रसिद्ध हथौड़े की चुनौती पूरा करने का फैसला करता है। अलादीन को यह पता ही नहीं होता है कि इस चुनौती को पूरा करने में कोई भी जादुई शक्ति उसकी  मदद नहीं कर सकती। 

क्या अलादीन हथौड़े को उठा पाने में सफल होगा और अपने मकसद की ओर एक और कदम बढ़ा पाएगा? क्या अलादीन ही वो भाग्यशाली व्यक्ति है? 

अलादीन की भूमिका निभा रहे सिद्धार्थ निगम ने कहा, “शहज़ादा अलादीन और रुख़सार बेगम के सफर की शुरुआत ही गलत हुई है। वो दोनों एक दूसरे को पसंद नहीं करते और अलादीन अपने सामने आई इस चुनौती को स्‍वीकार करना नहीं चाहता। लेकिन हमारे दर्शकों के लिए यह देखना रोमांचक होगा कि किस तरह अलादीन इस चुनौती को पूरा करने की योजना बनाता है। सेट पर यह सप्ताह बेहद रोमांचक रहा है और इन एपिसोड में नए किरदारों - शीफान और कोयल का का खुलासा होगा । इन दोनों कलाकरों के साथ काम करना बेहद शानदार रहा है। मुझे जो पसंद आ रहा है वह है रुख़सार बेगम के साथ अलादीन का यह नया रिश्ता। स्मिता मैडम और मुझे इसे शूट करते हुए बेहद मज़ा आ रहा है और इस नए अध्याय के कारण हमारे किरदारों में ताज़गी भरा बदलाव आया है, हालाँकि सेट पर हमारी मस्ती पहले की तरह ही जारी रहती है। मैं अब यह कह सकता हूँ कि हमारा रील और रियल लाइफ संबंध एकदम उल्टा है। हमारा शो देखते रहें और अलादीन का जोश बढाएँ ताकि वो अपना काम पूरा कर सके।” 

और अधिक जानने के लिए देखते रहें ‘अलादीन: नाम तो सुना होगा’, हर सोमवार से शुक्रवार  रात 9.30 बजे, केवल सोनी सब पर