जनता व राजनेताओं के बीच की कड़ी को मजबूत क़रेगा 'ट्रूपल बुंदेलखंड'

Sep 07 2020

देश का अग्रणी ऑनलाइन न्यूज़ प्लेटफार्म ट्रूपल डॉट कॉम अब बुंदेलखंड क्षेत्र में भी अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहा है। बुंदेलखंड के सभी 13 जिलों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराते हुए, चैनल ने बुंदेलखंड क्षेत्र के सबसे बड़े ऑनलाइन न्यूज़ नेटवर्क का दर्जा भी प्राप्त 
कर लिया है। 1 सितम्बर से शुरू हुए सामाजिक व राजनीतिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखने वाले 'ट्रूपल बुंदेलखंड' की ख़ास बात यह है कि चैनल क्षेत्रीय भाषाओं में लोगों से जुड़ने का प्रयत्न कर रहा है। जिससे ग्राउंड लेवल की समस्याओं को अधिक स्पष्टता से समझा व समझाया जा सकता है। झाँसी, सागर, कालपी, चिरगांव, दतिया, डबरा, पन्ना, बाँदा, चित्रकूट, टीकमगढ़, ललितपुर, दमोह, जालौन, ओरई, हमीरपुर, महोबा, बाँदा, अशोकनगर और छतरपुर जैसे शहरों में अपने प्रतिनिधियों के जरिये चैनल बारीक जानकारियों को सटीकता से दर्शाने के लिए प्रतिबद्ध है। 
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए चैनल के को फाउंडर अतुल मलिकराम ने बताया कि, "ट्रूपल बुंदेलखंड के माध्यम से स्थानीय निवासियों की जमीनी समस्याओं को प्रसाशनिक अधिकारियों व सम्बंधित प्रतिनिधियों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। साथ ही समस्या से जुड़े विभागों को उसके निवारण के प्रति कार्य करने में सहूलियत होगी। यह सिर्फ एक चैनल के तौर पर नहीं बल्कि जनता और राजनेताओं के बीच में पुल के रूप में भी कार्य करेगा।" 
ट्रूपल डॉट कॉम पिछले लम्बे समय से एक ऐसे डिजिटल प्लेटफार्म के रूप में कार्य कर रहा है जिसने कृषि, शिक्षा व सामाजिक विषयों के क्षेत्र में अपने विचार खुलकर पेश किये हैं। राजनीतिक विश्लेषण हो या जनप्रतिनिधियों के काम का डिजिटल आकलन, चैनल ने अपनी हर जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है। पिछले दिनों 15 अगस्त के अवसर पर संस्था ने उज्जैन को प्रसाशन द्वारा पवित्र नगरी घोषित किये जाने को लेकर देश का सबसे बड़ा डिजिटल हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। इस अभियान से अब तक 50 हजार से अधिक लोग जुड़ चुके हैं। वहीँ चैनल ने कोविड काल को ध्यान, पहली बार घुमंतू समाज, श्मशान तथा कब्रिस्तानों की बद्दतर स्थिति पर भी प्रसाशनिक महकमे को जगाने की कोशिश की है। जिससे ऐसे स्थलों का ख़ास ख्याल रखकर, संक्रमण के प्रभाव को कम करने के प्रयास किये जा सके।

Troopel.com के बारे में-
Troopel.com देश का तेजी से उभरता ऑनलाइन न्यूज़ प्लेटफार्म है, जो मुख्य्तः राजनीति, बुनियादी सेवाओं तथा सामाजिक मुद्दों पर केंद्रित है। चैनल अपने दर्शकों के समक्ष ख़बरों के पीछे की सत्यता और सटीकता को तथ्यों के साथ उपलब्ध करा रहा है। राजनेताओं के विकास कार्यों का डिजिटल आकलन करने वाला Troopel.com देश का पहला न्यूज़ कम व्यूज प्लेटफार्म बन गया है। यह मंच खबर के पीछे की वास्तविकता को उजागर करने की दिशा में कार्यरत है। चैनल के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स (फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम आदि) के माध्यम से राजनेताओं व सेलिब्रिटी सितारों के साथ-साथ, सभी तरह के राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय विषयों से जुड़ी जानकारियां आसानी से प्राप्त की जा सकती है।
बेहद कम समय में 50 मिलियन से अधिक लोगों तक अपनी पहुंच बनाने में सफल रहे Troopel.com ने शिक्षा, कृषि व आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। अपने विभिन्न डिजिटल कार्यक्रमों जैसे करियर खोज, शान-ए-किसान, आत्मनिर्भर युवा, ओपन माइक इत्यादि के माध्यम से चैनल ने देशभर के युवाओं को एक सशक्त मंच उपलब्ध कराने का प्रयत्न किया है। इसके अतिरिक्त चैनल, भारतीय जेलों की गंभीर स्थिति, घुमंतू समाज को समान अधिकार, श्मशानों तथा कब्रिस्तानों के प्रति प्रसाशन की जागरूकता, धार्मिक स्थलों की पवित्रता एवं 2030 का भारत जैसे अति आवश्यक मुद्दों पर भी गंभीरता से कार्य कर रहा है।